आज फिर सड़कों पे जाम बहुत है, इन गलियों में ये किस्सा आम बहुत है, है कई खूबियां इस शहर में वैसे तो, पर इस एक चीज़ के लिए ये बदनाम बहुत है। पहुंचना है जल्दी, आज काम बहुत है, पर ये कोशिश इन रास्तों पे नाकाम बहुत है, सज़ा-ए-सफ़र बन चुका है हर रोज़ अब तो, कब तक चलेगा यूंही, इन राहों पर अब इल्ज़ाम बहुत हैं। Bangalore Traffic