Nojoto: Largest Storytelling Platform

गुमसुदगी का आलम ऐसा है जनाब, आजकल खुद को ही ढूंढ़ र

गुमसुदगी का आलम ऐसा है जनाब,
आजकल खुद को ही ढूंढ़ रहा हुँ हर जगह,
अग़र मिल जाऊँ कहीं किसी मोड़ पर,
रख लेना संभाल कर अपनी गिरफ्त में। #गुमसुदा
गुमसुदगी का आलम ऐसा है जनाब,
आजकल खुद को ही ढूंढ़ रहा हुँ हर जगह,
अग़र मिल जाऊँ कहीं किसी मोड़ पर,
रख लेना संभाल कर अपनी गिरफ्त में। #गुमसुदा