Unsplash एक किताब लिखा है अपने लिए, जिसमें अनगिनत बातें हैं.. वो बातें वो दर्द और वो अनकहे जज़्बात.. जिसे आजतक न बताया किसी को ओर न ही समझ सका कोई.. वो सिसकते हुए आंसु, जो गिरे हर एक पन्ने पर.. खिड़की पर खड़े होकर वो इंतज़ार जो कोई नहीं समझ सकता.. वो कहानियां मेरी और गुमनाम से किरदार.. एक किताब लिखा है अपने लिए, जिसमें अनगिनत बातें हैं.. वो बातें वो दर्द और वो अनकहे जज़्बात.. ©_Writer_Sharda_ #Book डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)