यहां कुछ भी हमारा नहीं है... जिसका है वो समय आने पर उसे ले ही लेगा, फिर व्यर्थ का रोना कैसा...? सुप्रभात। क्या खो जाएगा? किस बात का भय है? ये खुला आसमान सम्भवनाओं की पोटली है। #डरकैसा #yqdidi #YourQuoteAndMine #writingresolution Collaborating with YourQuote Didi