खुद भी बेतरतीब रहती हो मुझे भी नहीं सजाती हो क्यों है जीवन में बिखराव कब होगा मन का ठहराव जो तू थोड़ा जाये निखर मैं भी फिर जाऊँ सँवर ... हर कमरे को अपने रहने वाले से कोई न कोई शिकायत रहती है। आपके कमरे को भी होगी? #मेराकमरा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi