दिन से दिल तक आज का दिन आरंभ हुआ, आज का सौंदर्य आरंभ हुआ। मोहब्बत का दिन आरंभ हुआ, मोहब्बत के नये रुप का आगमन हुआ। मोहब्बत के रुप के साथ, वर्षो के प्रेम का आरंभ हुआ। वर्षो के बूंद का आगमन हुआ।। आज प्रेम - प्रेमिका का दिन हैं। आज दो दिलो का आया मिलन हैं।। प्रेम का ग्गियान मिलता हैं, दिल से! प्रेम का सम्मान मिलता हैं, बड़ी मुश्किल से।। जब कोई प्रेम स्वीकारे ना तुम्हारा, जब कोई प्रेमी नहीं बनना चाहे तुम्हारा। तब इंतजार का दामन थाम लो , जनाब! संयम की ऊंगली थम लो, जनाब! ....कवि सोनू #sunlight #दिन#दिल