वर्षा का महत्व - - - - - - - - - - वे बौछारें बारिश की आईं रिमझिम शीतलता हैं लाईं। प्यासी धरा की प्यास मिटाने बन अमृत की बून्दे आईं।। कृष्ण मेघ छाए नभ ऐसे माँ प्रकृति के केश हों जैसे। शंखनाद सम मेघ का गर्जन स्वागत हरियाली का जैसे।। प्रसन्न दिख रहे हैं सब प्राणी बोल रहे हैं कर्णप्रिय वाणी। मोर का नृत्य देख कर नभ भी लिख रहा है मधुर कहानी।। मेंढक मिल सब गीत हैं गाते गाते ही रहते नहीं अघाते। छिपे हुए थे अब तक वे जो निकल सभी बाहर आ जाते।। मुदित हो रहे कृषक सभी हैं सखद भविष्य सोचते अभी हैं। होती उपज है जब भरपूर पोषित होते मानव भी तभी हैं।। भूमिगत जल स्तर है बढ़ता हरियाली का क्षेत्र है बढ़ता। अनल सूर्य की शांत हो जाती उत्साह अधिक ऊँचाई चढ़ता।। यह ईश्वर का अमूल्य उपहार है वर्षा उनका हम पर उपकार है। उष्णताप की व्यकुलता पर यह कठोर उनका प्रहार है।। वर्षा से पर्यावरण है खिलता मन में हर्ष अपार है घुलता। करते रहते प्रतीक्षा जिसकी प्रकृति को नवप्राण वो मिलता।। ✍️अवधेश कनौजिया© #वर्षा #rain #rainingtoday #clouds #बादल #poetry #poem वर्षा का महत्व - - - - - - - - - - वे बौछारें बारिश की आईं रिमझिम शीतलता हैं लाईं।