यूं तो अल्फ़ाज़ नही बदले बस जज्बात बदले हैं आज भी मैं खडा हूँ वही बस मालूम हुआ मेरे हालात बदले है भीड है कही शोर है गैरों का बस मै खुद को ढूंढ रहा कहीं भीड में मेरे अब निशां बदले है ✍shalu Gautam #Dullness #longer