कुछ तन्हाई , कुछ ठंडी है कुछ बेदर्द सा मेरा साकी है... आने दे कुछ याद भी उनकी जब तक जिस्म में जान ये बाकी है।। Premkavi ©Hari Creations official #iharinyadav #banarasfilms #premkavi #kavita