Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat सोचती रही अधूरी कहानी पूरी कर उजालों में जाऊ ख़ामोशी चीखती रही आधे चांद को उजाले में कैसे लाऊ कहानी के चांद किस्से सुनाते वो पूनम के चांद में कब मिलेगी वो राहत उस अमावस के चांद से गिन्ने लगे वो तारे दीपक जला जला के ये रातों बेमानी है करती धुआं रातों में तलाश थी हमको बस मेरे ध्रुव तारे की तमाम रातों में वो टूटते रहे तारों की बातों से राहत न मिली जमानत कहा से मिली होती मुक्ति पाने को दिल की हिरासत से छूटे होते #cinemagraph #respect #respecteveryone #yqbaba #yqdidi Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat सोचती रही अधूरी कहानी पूरी कर उजालों में जाऊ ख़ामोशी चीखती रही आधे चांद को उजाले में कैसे लाऊ कहानी के चांद किस्से सुनाते वो पूनम के चांद में कब मिलेगी वो राहत उस अमावस के चांद से