इश्क के पहले भी जिन्दगी हसींन थी, इश्क के कई नाम-रिश्ते हैं-भगवान,परिवार,दोस्त, काश कि मिल जाये मुझे वो कोई एक, जो बना है मेरे लिए और मैं उसके लिए।।।। इश्क होने के बाद जिन्दगी के मायने ही बदल गये, जिन्दगी पहले से ज्यादा खुबसूरत हो गयी है, कुछ नये कुछ खास रंग और खुश्बूयें फिजाओं में फैल गयी हैं, मिल गया मुझे वो कोई एक जो बना है मेरे लिए-मेरा जीवनसाथी।।।। Challenge-165 #collabwithकोराकाग़ज़ आज फिर आपको दो विषय दिए जा रहे हैं कोलाब करने के लिए। तो बताइए समूह को कि इश्क़ से पहले और इश्क़ के बाद क्या होता है। दोनों विषय एक लेखक भी लिख सकता है या फिर एक विषय पर लिखकर दूसरे लेखक को आमंत्रित कर सकता है। कोई शब्द सीमा नहीं है और जितने चाहो कोलाब कीजिए और जितनी चाहो काॅमेंट। परन्तु जितने कोलाब उतनी काॅमेंट। (Font=Eczar=13)