बैरागी बने तो जग छूटे, सन्यासी बने तो छूटे तन, कान्हा (कृष्ण) से प्रेम हो जाये तो छूटे आत्मा के सब बन्धन. ©Rahul Choubey Bajrangi bhakti shayari by rahul choubey bajrangi #voting