मेरी ख्वाइश बस इतनी सी है कि मेरे आस पास सब मुस्कुराते रहें ताकि मैं भी हमेशा मुस्कुराती रहूँ पर आज बहुत मुश्किल सा हो गया है किसी और के चेहरे पर मुस्कुराहट लाना l इसलिए तो आजकल मैं दुःख मे भी मुस्कुरा लेती हूं l और जमाना मुझे पागल बोल बैठा है क्योंकि मेरी ये ख्वाहिश उसे बेबुनियाद लगती है ख्वाइश मुस्कुराने की