सूर्य को नमस्कार किया, चंद्र की भी उतार ली आरती। जल को जीवन मान करती हूँ आदर, वायु को पूजने से भी मैं नहीं शर्माती। अग्नि पर मिटती क्षुधा, उसकी है एक महत्वपूर्ण जगह पर पूजने से इन्हें,किस्मत नहीं चमकती, और ना पूजने से जिंदगी है बदलती।। OPEN FOR COLLAB✨ #ATmeditationbg1 • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts • Please maintain the aesthetics.