#5LinePoetry नजर तेरे रुखसार पर मेरे मेहबूब इनायत क्या हुई हार बैठा मै दिल अपना खबर भी ना मुझको हुई जब तक ना देखूँ तेरे रुखसार को सुबह ना होए मेरी मेरे मेहबूब इनायत क्या हुई नजर तेरे रुखसार पर ©Firoz Ahmad #नजर #रुखसार #5LinePoetry @अल्फाज़ फ़िरोज के 😊 komal sindhe. Alfaz dil ke ❤️✍️