पल्लव की डायरी पेशा नही सेवा है जहन में दर्द उतारो जरा दवा सिर्फ मर्ज की हो जाँचो से जान निकालो ना फीस कितनी में लेलो मगर लालच में मौत के घाट उतारो ना और भी है कमाने के साधन धंधे की लत सेवा की आड़ में पालो ना भगवान के बाद मसीहा डॉक्टर ही है छवि अपनी बिगाड़ो ना प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #covidindia धंधे की लत सेवा की आड़ में पालो ना