यूँ तो तेरी खामोशी भी ठीक है, पर पूरा-पूरा दिन बैठ कर तेरी बेवकूफी भरी बातें सुनना अच्छा है। यूँ तो पूरा दिन शायद कम हो, पर तेरे साथ बीता वो छोटा सा लम्हा अच्छा है। वैसे तो तेरी हर बात पर मुस्कुराती हूँ, पर मेरे रूठने पर वो तेरा पूछना अच्छा है। वैसे तो बहुत कुछ है तुझसे कहने को, पर मेरे बिन कहे वो तेरा समझना अच्छा है। वो तेरे हर बात की बेपरवाही भी ठीक है, पर तेरा बिन कहे हल्की-सी फिक्र करना अच्छा है। शायद बातें कम होतीं हो हमारी, पर उन बातों का याद आना अच्छा है। यूँ तो तेरा हर बात से अनजान बनना ठीक है, पर मेरी छोटी-छोटी बातें पता होना अच्छा है। यूँ तो तेरी 'ना' भी ठीक है, पर तेरी "हाँ" का इन्तजार अच्छा है। #nojoto #Youth #poetry