न तुम तुम रहे न हम हम रहे इतना डूबे की गम गम न रहे गए थे के बस तेरी तलाश हो क्या मुल्तवी करी तुने न पूरा हो मेरा न मुझमें कुछ कम रहे खूब लोट कर आए है खून तो रहे पर पानी न रहे कहे भी तो क्या क्या कहें जब तुम तुम न रहे हम हम न रहे की मुकदर का सिकंदर भी कहे और सिकंदर ही न रहे जिस राह पर चले वो राह ही न रहे लोटू जब में थका हारा खुशियां भी न रहे न कोई गम रहे न तुम तुम रहे न हम हम रहे। ©rashmi98 #Nojoto2liner #nojatohindi #AugustCreators #NojotoEnhlish #NojotoEnglishPoetry #nojotohindipoetry #nojoto🖋️🖋️ #nojotopoetry