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ग़र आये जो गरूर कभी मर्दानगी पे अपनी तो कुछ इस कदर

ग़र आये जो गरूर कभी मर्दानगी पे अपनी तो कुछ इस कदर उसे आज़मा के देख,
ग़र टूट ना जाये गुरूर तो कहना,तू महीने भर ल़डकियों की जिंदगी अपना के तो देख,            
 रोयेंगी रूह भी तुम्हारी तू एक बार वो दर्द सह मुस्कुरा के तो देख,
और जो फिर भी ना टूटे ये अकड़ तुम्हारी तो दुआ रहेगी उस खुदा से....
कि ए खुदा इसे अगले जन्म किसी की बेटी, किसी की बहन और किसी की माँ बना के भेज।।

©Manish chandra Bharti #girls #women #Perfect #men #Pain #life #Rules #periods 

#Wish
ग़र आये जो गरूर कभी मर्दानगी पे अपनी तो कुछ इस कदर उसे आज़मा के देख,
ग़र टूट ना जाये गुरूर तो कहना,तू महीने भर ल़डकियों की जिंदगी अपना के तो देख,            
 रोयेंगी रूह भी तुम्हारी तू एक बार वो दर्द सह मुस्कुरा के तो देख,
और जो फिर भी ना टूटे ये अकड़ तुम्हारी तो दुआ रहेगी उस खुदा से....
कि ए खुदा इसे अगले जन्म किसी की बेटी, किसी की बहन और किसी की माँ बना के भेज।।

©Manish chandra Bharti #girls #women #Perfect #men #Pain #life #Rules #periods 

#Wish