नशा वो हर पल नशे मे रहने की मेरी आदत जरा खराब है पर शायद यही एक सच्चा साथी है ना ये मुझे छोड़ता है और ना मै इसे अब तो जीने का बस यही एक बहाना है कभी फितूर महफिल का तो कभी नशा शायरी से पाना है अब तो बिन नशे के गज़ले भी बनती नही हमसे शायद फिर मयख़ाने मे गज़ले बनाना है #nojoto#शायरी#नशा#मयख़ाना#mydiary#हिन्दीकविता#myquote#जिन्दगी