तवील बुढ़ापें तक नसीब हो अज़ीयतें मुझें किसी की दी ये बद-दुआ भी काम न आई कज़ा से ,यहां कौन बचा है "अख़्तर" कोई दवा कोई दुआ भी काम न आई दवा और दुआ #dawaaurdua #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaijan