इस शहर के लोग कैसे मुझे जानते क़ाग़ज़ क़लम छोड़ता तब मुझे जानते अब तो किसी की ज़रूरत नहीं है मुझे हम अब क़लम शायरी इक तुझे जानते @pashawrites इस शहर के लोग कैसे मुझे जानते क़ाग़ज़ क़लम छोड़ता तब मुझे जानते अब तो किसी की ज़रूरत नहीं है मुझे हम अब क़लम शायरी इक तुझे जानते ©शानियाज़ पाशा #shayri #Poet #Poetry #no #SAD #urdu #pashawrites writer ( dream) #pagalshayar #Sa #Love