चौथा कोना किसी के भी जीवन को ध्यान से देखें तो थोड़ी बहुत अपूर्णता हर किसी के जीवन में रहती हैं।कहा भी गया है ना कि चारों कोने बराबर नहीं होते। आमतौर पर, हर किसी के जीवन में एक या दो कोने अधूरे ही रहते हैं। अगर सबसे अच्छी परिस्थिति हो और एक ही पक्ष असंतुष्ट कर रहा हो तो उसे चौथा कोना कह सकते हैं।अधिकांश लोग हमेशा उस चौथे कोने के अधूरेपन का बयान इतनी शिद्दत से करते हैं कि बाकी तीन कोनों का अस्तित्व ही पता नहीं चलता। ऐसा लगता है कि जो कुछ भी है,यह चौथा कोना ही है। इस तरह चौथा कोना, बाकी तीनों कोनों पर छा जाता है। तो कुछ ऐसा किया जाना चाहिए कि तीन कोनों में खुश रहा जाना चाहिए और चौथे कोने को नजरअंदाज किया जाना चाहिए। #चौथा कोना #yqdidi #yqdiary #jayakikalamse