जो सोचा ना था वो हो गया जीवन में , ख्वाबों में देखा था जिसे वो बस गया मेरे मन में । उसकी आंखें इतनी सुंदर जैसे कोई कमल खिला हो । होंठों पे खिली है मुस्कान मधुर सी जैसे याचक को ईश मिला हो । बदन है उसका संगमरमर सा शुभ्र धवल जैसे चांद खिला हो । पैरों में उसके पायल यूं सजी है मनको से मिलकर बंधी माला हो । अब शेष नहीं कुछ भी जीवन में जो सोचा न था , बस गया मेरे मन में । ...........✍️देवकरण #सोचा_ना_था