सच झूठ प्रेम नफरत जीवन मृत्यु अच्छा बुरा सकरात्मक नकरात्मक हर शब्द से परिचित हूँ मैं..... मैं सत्य हूँ तुम्हारी प्रशँसा ना हो सकेगी मुझसे.... ©anil dua #kitaabein #Book #sole