मंगल भवन अमंगल हारी द्रवहु सुदसरथ अजर बिहारी। राम सिया राम सिया राम जय जय राम।। सत्य सनातन धर्म है हम सबका, सुन लो ए मेरे भाई। आज हम सबके लिए गर्व है, यह शुभ घड़ी जो है आई।। कोटि-कोटि नमन है उनको, अब मेरे राम लला तंबू उठ घर में आए। शिलान्यास का हो कार्य पूर्ण, अब होने चला राम मंदिर निर्माण।। जन जन से है मेरी यही पुकार, चलो, चले हो रहा अब नव भारत का निर्माण। जो भी आये तेरे द्वार खड़े, ये मत समझो वो मांग रहे हैं चंदा।। अरे उनको तुम क्या दोगे, वो तो खुद में हैं एक चंदा। चंदा सिर्फ एक बहाना है, घर घर जा राम मंदिर निर्माण कराना है।। हर कण-कण में रग रग में, बसते हैं मेरे प्रभु श्री राम। राम नाम ले हो जाता है सफल, कितना भी हो बिगड़ा काम।। मेरे संग में चल रे डगरिया, भगवा रंग में रंगा है यह अयोध्या नगरिया मुझ संग तुम भी जप लो नाम, जय श्री राम जय श्री राम, जय सियाराम जय जय सियाराम।। मंगल भवन अमंगल हारी द्रवहु सुदसरथ अजर बिहारी। राम सिया राम सिया राम जय जय राम।। हरि ओम शर्मा. 9139287948 ©Hariom Kumar विश्व कविता दिवस #कविताप्रेमी♥️ द