सुनो सुन भी लो ना मैं हर अल्फ़ाज़ में बस तुझे याद करता हूं इस दिल में महज़ तेरी बात रखता हूं यूं तो गैर हूं मगर अपना सा समझ लेना मुझको मैं बस तेरे लिए जज़्बात रखता हूं महफिलें मुझे रास कम ही आती हैं मैं बस तेरे ही ख्याल रखता हूं कसमें, वफ़ा, वायदे कहीं ज्यादा अहसास रखता हूं ©Chaudhary Sahab #ShayarMalang #शायर_मलंग #Shayar #steps