इस भाग-दौड़ भरी ज़िंदगी में लोग क्या-क्या भूलते जा रहे हैं.... खुल के मुस्कुराना , खुशियों को मानाना , रिश्तो को निभाना , अपनों को हँसाना , भूल गए.... भूलना ही है तो... दिल को दुखाना भूल जाओ , किसी को तड़पाना भूल जाओ , यूँही बात बात पर आँसू बहाना भूल जाओ , किसी को आँखे दिखाना भूल जाओ... दूसरों को नीचा दिखाकर खुद पर इतराना भूल जाओ , याद रखो तो सिर्फ प्यार की भाषा..... ©Rakhie.. "दिल की आवाज़" #thought #Poetry #alonegirl Omkar Rana Jassi Jass Siddiqui Adnan