#OpenPoetry आजकल जुल्फो मे मेरी अंगुलिया उलझने सी लग गई है इन जुल्फो को तेरी अंगुलियो कि आदत सी हो गई है आजकल दिल ने शरारते करना बंद कर दिया है इस दिल को तेरे संग शरारते करने कि आदत सी हो गई है आजकल मेरे चेहरे पर खामोशी रहती है इस चेहरे को तेरे संग मुस्कुराने की आदत सी हो गई है आजकल आँखो का समन्दर खाली सा होता जा रहा है इन आँखो को तेरी सूरत देखने कि आदत सी हो गई है #OpenPoetry #nojotohindi #nojotopoem आजकल जुल्फो मे मेरी अंगुलिया उलझने सी लग गई है इन जुल्फो को तेरी अंगुलियो कि आदत सी हो गई है