Nojoto: Largest Storytelling Platform

ढलता सूरज, बदला मौसम, सर्द हवा ये, अ

ढलता सूरज, बदला मौसम,
              सर्द हवा ये, अंधेरे से अब,
                       मुलाकात भी होगी !
      
दिये सा मुस्तकबिल है मेरा ,
       अधूरे लिहाफ ये, सफर की अब,
                          शुरुआत भी होगी !

कोन कहां, ये खुदा जाने ,
          गुमसुम मौसम ये , शायद अब,
                            बरसात भी होगी !

वीरान ये राहें, घुप अंधेरा,
          अजीब सन्नाटा ये, राहों पर अब,
                              बिसात भी होगी !

©Sandeep Delu(Bishnoi) #लव #Yaad #India #Shayari #shayri #hindi_poetry #Hindi 

#SunSet
ढलता सूरज, बदला मौसम,
              सर्द हवा ये, अंधेरे से अब,
                       मुलाकात भी होगी !
      
दिये सा मुस्तकबिल है मेरा ,
       अधूरे लिहाफ ये, सफर की अब,
                          शुरुआत भी होगी !

कोन कहां, ये खुदा जाने ,
          गुमसुम मौसम ये , शायद अब,
                            बरसात भी होगी !

वीरान ये राहें, घुप अंधेरा,
          अजीब सन्नाटा ये, राहों पर अब,
                              बिसात भी होगी !

©Sandeep Delu(Bishnoi) #लव #Yaad #India #Shayari #shayri #hindi_poetry #Hindi 

#SunSet