इज़हार दोस्ती से ऊपर की चाहत मेरी, है सुंदर सा चेहरा तुम्हारा मगर। उस चाहत की सूची में कहां नाम मेरा,लंबी जो पंक्ति हैं तेरी उधर। वो बाते वो लड़ना वो हसना तेरा, बाते पुरानी है कह दू तुम्हे। वो मिलना वो यादें वो हाथो का टैटू, तुम बोलो तो मिलके फिर ये दे दू तुम्हे। चलो बंद पड़ी इस किताब को फिर से पढ़ते है, जो कि ना हो बात वो आज करते है। अच्छा साथ है तुम्हारे हम, लो खुलेआम ये आज इजहार करते है।। ©Vivek Kumar #Love #prapose #dilkibaat