तुमसे रुठकर क्या हमारा घर जाना ठीक है? मंज़िल की तलाश मे निकले थे मंज़िल ना मिली तो क्या आशियाना रस्ते पे बनाना ठीक है?? गुमशुदा हो तो ऐसे हो कि मुद्दतों तक हमारी किसी को ख़बर ना मिले और किसी रोज मौत रूबरू आ जाए तो क्या मौत से डर जाना ठीक है?? डर जाए हम ये तो हो नहीं सकता इससे अच्छा तो हमारा मर जाना ठिक है। ©Anuj Verma #सब #ठिक #है