" लोकडॉउन " लॉक डाउन का बुखार जारी है । आदेशों का फरमान भारी है ।। बोल बोल कर थक गए, घर में रहो घर में रहो। पर इनका तो बस यही कहना है बाहर जाओ बाहर जाओ ।। दुकाने है सारी बंद। पुलिस वाले दी रहे हैं दंड।। इतनी बड़ी विपदा आई। कोरोना जैसी बीमारी लाई।। इसका एक ही इलाज। हाथ धो और रोटी के साथ खाओ प्याज।। खुश रहो सा़फ। कामवाली बाई को करो माफ।। ना आना है ना जाना है। पर ना माने तो बहुत कुछ खोना है।। समय बहुत सुंदर आया है। परिवार का साथ तुमने पाया है।। जी लो इस पल को। खुशियों के संग को।। हाथ बटाओ घर में काम का।। रामायण देखो, और नाम लो प्रभु श्री राम का।। कविता अग्रवाल #lockdown#hindi#