आओ आज फिर से मिलकर विश्व शांति दिवस मनाते हैं इस दुनिया की गम भरी बातों से आपको भी रूबरू कराते हैं वैसे तो हम कहने को विश्व शांति दिवस मनाते हैं, फिर भी क्यों बेबसी की मार से किसान और दुश्मन की गोली से सरहद पर जवान शहीद हो जाते हैं हम भूल गए क्या उन दुश्मनों को जो फिर से जख्म हरे कर जाते हैं निकले तो सही किसी घर से अकेली लड़की हैवान चौराहे पर घात लगाते हैं एक पल में ही निचोड़कर उस के अरमानों को, गिद्धों की भांति उसको नोंच डालते हैं हमारा क्या है थोड़ा सा रो लेते हैं, और कायरता की मिसाल तो देखो, कैंडल मार्च निकालते हैं अरे एक बार तो मर चुकी क्यों बार-बार जश्न मनाते हैं मां का दूध पिया है तो दरिंदों की चिता को आग लगाओ क्यों कैंडल मार्च निकालते हैं इस फरेबी दुनिया में हिंसा रखकर दिल में, अहिंसा का परिचय कराते हैं धर्म की नफरत भरी चिंगारियां लेकर सियासत में, भाषण में इंसानियत दिखाते हैं आओ आज फिर से मिलकर विश्व शांति दिवस मनाते हैं। _✍🏻Sony advocate #internationaldayofpeace #self_written #selfconfidence #dawn Sudha Tripathi