नादान सुनो ...कहे लगी अब तक , हमारे बीच जो भी था .. समझना सब ख़तम अपना ,. आज ,ये आखरी दिन था .. मेरी तस्वीर जो तुमने अगर दिल में बसाई है.. मिटा देना उसे दिल से , ये मेरी जग हसाई है.. लुटाया आज तक तुमपे , प्यार ,ये भूल थी मेरी.. समझना एक सपना था , मुझे इतना ही कहना था . आज ,"ये आखरी दिन था .." "आज ,ये आखरी दिन था ".