यदि जनहित की आवाज दब गई समझो कलम की स्याही बिक गई यदि लोगों में सच कहने की क्षमता घटी समझो देश व समाज से मानवता मिटी जिस दिन हम शासन सत्ता व गोली से डरे समझो उसी दिन जीते जी मरे आयें हम सच का साथ निभायें मानव जीवन हम धन्य बनायें... #मानवता #शासन #सत्ता #मानव #जीवन #देश #समाज #मिट्टी