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मेरा विषय थोड़ा सा आपसे अलग है, मगर गंभीर है... म

मेरा विषय
 थोड़ा सा आपसे अलग है,
मगर गंभीर है... मरीज़ को डॉक्टर से प्रश्न पूछने का अधिकार?
बात है 1997 जून की,
श्रीमती जी को foodpipe में कैंसर डायगोनोज हुआ ,
इधर उधर भटक रहे थे ये ढूंढने की क्या कराना है इसका इलाज, राजीव गांधी हस्पताल तब नया नया खुला था, ब्लड donation में सक्रियता के कारण सब जगह चर्चा रहती थी, तब श्री मती जी को राजीव गांधी हस्पताल ले कर गए, और एक Radiation oncologist ko दिखाया, 
उन्होंने कहा कि हम brachytherapy से try kar sakte hein,
क्योंकि एक दिन पहले ही onco सर्जन देख चुके थे और उनका कहना था की पहले सर्जरी होगी बाद में chemo, radiation, to meine विनम्रता से un sir ko apni बात बताई, को साहब तो भड़क गए और मेरी फाइल गुस्से में फेंक दी, हतप्रभ sa मैं समझ ही नहीं पाया की क्या हुआ ऐसा क्या अपराध किया मैंने?
400 रुपए फीस de kar kya mein 4 prashn bhi nahin pooch sakta...
Doosri ghatna..=
मेरा विषय
 थोड़ा सा आपसे अलग है,
मगर गंभीर है... मरीज़ को डॉक्टर से प्रश्न पूछने का अधिकार?
बात है 1997 जून की,
श्रीमती जी को foodpipe में कैंसर डायगोनोज हुआ ,
इधर उधर भटक रहे थे ये ढूंढने की क्या कराना है इसका इलाज, राजीव गांधी हस्पताल तब नया नया खुला था, ब्लड donation में सक्रियता के कारण सब जगह चर्चा रहती थी, तब श्री मती जी को राजीव गांधी हस्पताल ले कर गए, और एक Radiation oncologist ko दिखाया, 
उन्होंने कहा कि हम brachytherapy से try kar sakte hein,
क्योंकि एक दिन पहले ही onco सर्जन देख चुके थे और उनका कहना था की पहले सर्जरी होगी बाद में chemo, radiation, to meine विनम्रता से un sir ko apni बात बताई, को साहब तो भड़क गए और मेरी फाइल गुस्से में फेंक दी, हतप्रभ sa मैं समझ ही नहीं पाया की क्या हुआ ऐसा क्या अपराध किया मैंने?
400 रुपए फीस de kar kya mein 4 prashn bhi nahin pooch sakta...
Doosri ghatna..=