____मेरी आवाज़____ मै यूंही रहना चाहता हूं, हक़ से यूंही कहना चाहता हूं, हो पहचान मेरी दुनिया से ज़रूरी नहीं बस अपने अन्दर मै यूंही रहना चाहता हूं, सांसें थम जाएं, मिले ना साथ धड़कनों का भी, पर मै यूंही रहना चाहता हूं, ज़िंदा रहे मेरा जमीर बस साथ अपने में यूंही रहना चाहता हूं , भूलकर रास्ता मै मंजिल नहीं चाहता हूं , मै बस यूंही रहना चाहता हूं अन्दर से मै बस ज़िंदा रहना चाहता हूं मै बस यूंही रहना चाहता हूं ©AlfaazbyD #meri_awaaj #awaaz #lonely