पहला नशा तुझ से मिलने को दिल ये बेकरार सा था, तुझे पाने की बढ़ रही थी तलब ये प्यार का था। न जाने कैसे होगी मुलाकात और क्या होंगी बातें, दिल में एक अलग विचार सा था। तुम आये जिंदगी में तो एक अलग सी रौशनी आगयी, तुम्हारे बिना तो दिल ये बीमार सा था। #PahlaNasha #पहलानशा #शायरी