तुम जैसी चाहो मुझे वैसी पसंद है तुम्हारी ज़िंदगी तुम्हारे जैसी पसंद है सादा लिबास और सादगी पसंद है मेरे ख़यालों में तेरी आवारगी पसंद है ना पूछ के मुझे क्या-क्या पसंद है मुझे तू और तेरी हर अदा पसंद है तेरी सुबह, तेरी शाम पसंद है तुझसे जुड़ा हर नाम पसंद है वो चांद पसंद है ये रात पसंद है तेरा साथ और हाँथों में तेरा हाथ पसंद है तेरी पसंद की हर कली हर फूल पसंद है मुझे तेरे इरादे और तेरे उसूल पसंद है तुम झाँक लो नज़रों में और जान लो मुझे क्या चीज़ और कैसी पसंद है मेरे ख़यालों में तेरी आवारगी पसंद है तुम्हारी ज़िंदगी तुम्हारे जैसी पसंद है तुम जैसी चाहो हाँ मुझे वैसी पसंद है तेरी ज़मीन ओ तेरा आसमाँ भी पसंद है तेरी दादी, तेरे डैडी, तेरी माँ भी पसंद है कह दो कि अब ये ज्यादा हो गया 'सनम' मुझे तेरी हाँ पसंद है तेरी ना भी पसंद है। ©technocrat_sanam So here it's a complete package 📦 of previously described romantic shayri.. 😊☺️🤗 Hope, u gonna love it 💖🙏 तेरी ज़मीन ओ तेरा आसमाँ भी पसंद है तेरी दादी, तेरे डैडी, तेरी माँ भी पसंद है कह दो कि अब ये ज्यादा हो गया 'सनम' तेरी हाँ तो पसंद है ही तेरी ना भी पसंद है।