इन्द्रियों की तृप्ति नहीं,तुम्हारे दर्शन के बिना। ज्ञानेंद्रियों भी सुप्त रही,आकर्षण के सिवा।। Welcome to ThreeHearts 🎀🎉 OPEN FOR COLLAB ★☆★ ⋆┈┈。゚❃ུ۪ ❀ུ۪ ❁ུ۪ ❃ུ۪ ❀ུ۪ ゚。┈┈⋆ This is a challange for your all.