।।मेरी दूनियाँ।। मेरा शोक है अपने हिसाब से जीना मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है दुनिया मेरे बारे में क्या सोचती है, मे खुद अपनी राह पर चलता हूँ। जो मन मे आता है वो करता हूँ, चाहे दुनिया मुझे खुदगर्ज समझे। अपने परिवार के लिए अपनी जान लूटा देता हूँ, हा हु मे आवारा जो मेरी माँ बेहन को गंदी नजर देखता है, मे उसकी हस्ती तक मिटा देता हूँ । नहीं चाहिए मुझे इन किताबों ज्ञान, जो सिर्फ पड कर छोड़ दिया जाता है। मेरे माता-पिता ही मेरे लिए भगवान है, उनकी सेवा ही मेरा लिए सबसे बड़ा पूण्य दान है। नही चाहिए मुझे वो शाहजहाँ वाले ताजमहल, मुझे अपने माता-पिता के बनाये हुए घास-फूस की झोपड़ी मे ही दुनिया की सारी खुशियाँ मिलती है। ये जीवन मेरा है ओर इसपे अधिकार सिर्फ मेरे माता-पिता का है।। ।।बस यही है मेरा वसूल ।। " DevU Raj " #Apni #kahani