#WeSupportFarmers चीख - चीख करके ये , हर किसान कह रहा , आँख में ये अश्क़ है , लहू एड़ियों से बह रहा , देश कृषि प्रधान है कभी कह रहे थे वो मगर , इस देश का ही कृषि - प्रधान लाठिया है सह रहा , हर घड़ी हमारी यहाँ ख़ुद ही एक रज़्म है , कीमतों का वक़्त भी ना हमारा कभी तय रहा , दिन रात एक करके भी कीमतें मिली नहीं , आंसुओं का मोल भी अब तो यहाँ ढह रहा !! Hitesh Chaturvedi ✍️ ( HR_Writes ) #standwithfarmerschallenge ♥️ जय जवान , जय किसान ♥️ ©Hitesh chaturvedi #WeSupportFarmers चीख - चीख करके ये , हर किसान कह रहा , आँख में ये अश्क़ है , लहू एड़ियों से बह रहा , देश कृषि प्रधान है कभी कह रहे थे वो मगर , इस देश का ही कृषि - प्रधान लाठिया है सह रहा ,