कैद थी रूह शक्श में एक जमाने के लिए काट के मै आज वो सजा आ गया मुद्दतों के बाद छोड़ा है किसी को उम्र भर के लिए क्या बताऊं जान मेरी के कसम से मजा आ गया। ©Sarkaar कैद थी रूह शक्श में एक जमाने के लिए काट के मै आज वो सजा आ गया मुद्दतों के बाद छोड़ा है किसी को उम्र भर के लिए क्या बताऊं जान मेरी के कसम से मजा आ गया। #sarkaarqoutes #sarkaar_writes