Nojoto: Largest Storytelling Platform

उस्की नज़रो ने तूफानो को मोर रखा है ज़हर तक को छान

उस्की नज़रो ने तूफानो को मोर रखा है
ज़हर तक को छान कर अमृत कर रखा है
हाथो के साये ने ना जाने
किन बुरी दुआओं से बचा रखा है
अपनी दुआओ में जाने 
हमारे लिए कितना सुकून समेत रखा है 
कल आया था तूफान 
मुझे दुबाने
मेरी माँ ने अपने आंचल में
तूफान को भी निछोर रखा है

©Mahi ambashtha
  Happy mother's day mummal

Happy mother's day mummal #Shayari

207 Views