मन मेरा मन्दिर है , तुम इसके पुजारी हो । दर बदर क्यों भटकते हो, आकर इसमें बस जाओ ।। तभी तो मेरा मन कहता है , आप ही इसके मठाधिकारी हो।। मन मेरा मन्दिर है , तुम इसके पुजारी हो । दर बदर क्यों भटकते हो, आकर इसमें बस जाओ ।। तभी तो मेरा मन कहता है , आप ही इसके मठाधिकारी हो।। #हकीम #hakimuddin #hakim #मनकेनाम #yqdidi