चुप हो जाओ ,चिल्लाओ मत खत्म हो गई यहाँ आदमियत, मारी गई है यहाँ सबकी मत, होती है इंसिया सबकी आफ़त। जिंदा जलाते हैं उसे ये रात में, "नहींं देखा किसी ने"-फुसफुसाते हैं कान में, बंद कर दी जाती है वो उस राख में, तड़पती रह जाती है वो उस आग में! connected with domestic violence against womens. #womenharrassment