सहयात्री ज़ीवन की राहों के किसी मोड़ पर ज़ीवन के ज़ुदा होते हैं अपनी शेष राह की सफ़र की खातिर क्यों लोग यूँ बिछड़ते हैं कभी-कभी समझ में ही नहीं आता कि लोग हमसे क्यों दूर हो जाते हैं। #लोगबिछड़तेहैं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi