शख्सियत है वही पुरानी पर शायद इंसान मैं बदल गया , दुनिया को देखते - देखते मेरा किरदार मुझसे छूट गया । अब किसको क्या बताऊं किस को क्या समझाऊं इसीलिए खुद को ही मना लिया , इस धोखे की दुनिया में खुद को फौलाद बना लिया । अब शायद इतना फर्क नहीं पड़ता कि लोग क्या बोलते हैं , मुझको देखकर ऐसे हमेशा क्यों मुंह फेरते हैं । जो मुझको जानते हैं मेरे किरदार को पहचानते हैं वह आज भी मेरे साथ है , एक चेहरे के पीछे दूसरा चेहरा लिए हुए लोग आज भी बेनकाब है । अब इंसान मैं सही , या बाकी के लोग झूठे हैं पता नहीं । अब किरदार बदल बदल कर आऊ ऐसा इंसान मैं नहीं , खुद को शायद एक ही किरदार में देखने की आदत हो गई है । जो मुझको अभी तक समझते नहीं , वही पीठ पीछे बातें किया करते हैं । खुद के जीवन को छोड़ , औरों के जीवन में ताका झांकी किया करते हैं । इससे अगर उनको दो पल का सुकून मिल भी जाएगा तो क्या मिलेगा , अब इंसान मैं सही या बदनाम सही सब ईश्वर के हाथ में है । अब किसको समझाऊं या ना समझाऊं सब वक़्त - वक़्त का खेल है । #walkingalone #लाइफ_at_your_own #Life_experience #Life #life_goals #life_lover #Life_changing