हृदय में बसा है,आज देख भी लिया, विशाल पर्वतों को देख, एहसास तेरा कर भी लिया, हकीकत कहे या ख्वाब, दीदार विश्वनाथ का आज कर ही लिया। ©Vik Pathak विश्वनाथ। #Starss